उर्दू शायरी: फ़ारसी की रूह से जदीद फ़िक्र के आइने तक – अज़मत-ए-शुअरा और इंकलाब-ए-फन का तारीख़ी और तफ़सीली मुताला
WORLD
अक्टूबर 27, 2025
अक्टूबर 26, 2025 | ✍🏻 Z S Razzaqi | वरिष्ठ पत्रकार
अक्टूबर 26, 2025 | ✍🏻 Z S Razzaqi | वरिष्ठ पत्रकार
रिपोर्ट: ✍🏻 Z S Razzaqi | वरिष्ठ पत्रकार
उर्दू शायरी: तहज़ीब की तामीर से ताज़गी तक का सफ़र उर्दू शायरी महज़ लफ़्ज़ों का खेल नहीं, बल्कि एक ऐसा रूहानी अहसास है …
उर्दू शायरी उर्दू शायरी एक ऐसी साहित्यिक कला है जो अपनी गहराई, नज़ाकत और शिद्दत के लिए मशहूर है। यह एक ऐसा गुलदस्ता ह…
शायरी सिर्फ़ अल्फ़ाज़ की जादूगरी नहीं, बल्कि इंसानी जज़्बात, हुस्न-ए-इज़हार और ज़िंदगी के तजुर्बों का आईना है। हिंदी-उ…
देवी प्रसाद मिश्र 1-कविता मुसलमान कहते हैं वे विपत्ति की तरह आए कहते हैं वे प्रदूषण की तरह फैले वे व्याधि थे ब्राह्…
उर्दू अदब (साहित्य) और हिंदी साहित्य की शायरी को पसंद करने वाले लोग आज भारत में करोड़ों की संख्या में मौजूद हैं। बड़े…