✍🏻 Z S Razzaqi | वरिष्ठ पत्रकार
❖ “पायलट कुछ जानते हैं जो आम लोग नहीं जानते”: गौरव तनेजा का दावा
गौरव तनेजा, जो खुद एक दशक तक कमर्शियल पायलट रह चुके हैं, ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने लिखा:
“एयर इंडिया के पायलट एयरक्राफ्ट्स को स्नैग कर रहे हैं, ग्राउंड कर रहे हैं, बीमार रिपोर्ट कर रहे हैं और शंका की स्थिति में उड़ान भरने से इनकार कर रहे हैं।
यह वही पायलट और क्रू हैं जो वास्तव में फ्रंटलाइन स्टाफ होते हैं। वे उड़ान भरते हैं और सुरक्षित लैंडिंग करते हैं। पायलट्स कुछ ऐसा जानते हैं जो आम जनता नहीं जानती।
उनके इस बयान से एक नई बहस छिड़ गई है कि क्या एयर इंडिया द्वारा की जा रही बार-बार उड़ानों की रद्दीकरण और देरी केवल तकनीकी या संचालन संबंधी कारणों की वजह से है, या फिर इसके पीछे कुछ छिपा हुआ है जिसे जानबूझकर सार्वजनिक नहीं किया जा रहा?
❖ फ्लाइट 171 हादसे पर गौरव तनेजा का विश्लेषण
गौरव तनेजा ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस हादसे से जुड़ी संभावनाओं पर कई वीडियो साझा किए हैं। उन्होंने Boeing 787-8 Dreamliner से जुड़ी तकनीकी कमियों और फ्लाइट के टेकऑफ के समय के व्यवहार का विश्लेषण करते हुए "ड्युअल इंजन फेल्योर" की संभावना जताई थी।
उन्होंने बताया कि—
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फ्लाइट सामान्य से ज़्यादा रनवे का उपयोग कर रही थी।
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विमान अपने मैक्सिमम टेकऑफ वेट (2.20-2.25 टन) के पास था।
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यदि एक इंजन पहले से बंद हो गया था, तो पायलट को टेकऑफ को रद्द करना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
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इससे संकेत मिलता है कि इंजन फेल्योर 'पॉइंट ऑफ नो रिटर्न' के बाद हुआ।
हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सब अभी केवल एक सिद्धांत है, और उनके पास इन दावों के पुख्ता सबूत नहीं हैं।
❖ क्या ओवरलोडिंग भी बनी कारण?
गौरव ने यह आशंका भी जताई कि फ्लाइट ओवरलोडेड हो सकती थी, लेकिन यह भी फिलहाल केवल एक संभावना है। उन्होंने कहा कि किसी भी दुर्घटना में केवल एक कारण नहीं होता, बल्कि एक श्रृंखला होती है गलतियों और तकनीकी विफलताओं की।
❖ अन्य विशेषज्ञों की राय: "पायलट एरर" या "तकनीकी चूक"?
एक अन्य यूट्यूबर और पूर्व पायलट कैप्टन स्टीव ने पहले यह इशारा किया था कि हादसे के पीछे पायलट की गलती हो सकती है। हालांकि, बाद में उन्हें इस टिप्पणी के लिए आलोचना झेलनी पड़ी और उन्होंने सफाई दी। उन्होंने भी अपने वीडियो में ‘ड्युअल इंजन फेल्योर’ और उड़ान के समय की गर्मी जैसे कारकों को ध्यान में रखा।
गौरव तनेजा ने भी अपने हालिया वीडियो में यह संकेत दिया कि शायद पायलट की गलती भी आंशिक रूप से जिम्मेदार हो सकती है।
❖ एयर इंडिया और टाटा संस की प्रतिक्रिया
टाटा संस और एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने Times Now को दिए गए इंटरव्यू में बताया कि—
“जहां तक मेरी जानकारी है, यह विशेष विमान और उसका टेल नंबर ‘क्लीन हिस्ट्री’ वाला है।
दाएं तरफ का इंजन मार्च 2025 में नया लगाया गया था, और बाएं इंजन की आखिरी सर्विस 2023 में हुई थी। अगला मेंटेनेंस दिसंबर 2025 के लिए निर्धारित था।”
उनके मुताबिक, दोनों इंजनों का रिकॉर्ड साफ है, और फ्लाइट के इतिहास में कोई गंभीर गड़बड़ी नहीं पाई गई।
❖ एयर इंडिया की उड़ानों में कटौती और संकट
हादसे के बाद से एयर इंडिया की कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द किया गया है या उनकी फ्रीक्वेंसी घटाई गई है। तीन रूट्स को पूरी तरह से सस्पेंड कर दिया गया है, और 18 रूट्स की फ्रीक्वेंसी में कटौती की गई है। इससे यात्रियों में असमंजस और असंतोष फैल गया है।
🔎 निष्कर्ष: क्या सच सामने आएगा?
फिलहाल इस हादसे की विस्तृत जांच DGCA और एयरक्राफ्ट एक्सपर्ट्स द्वारा की जा रही है, और अंतिम रिपोर्ट का इंतज़ार है। लेकिन गौरव तनेजा जैसे पूर्व पायलट की टिप्पणियाँ इस ओर इशारा कर रही हैं कि कहीं न कहीं कुछ ऐसा है, जिसे सार्वजनिक नहीं किया गया है — और हो सकता है कि पायलट्स को इसकी भनक पहले ही लग गई हो।
ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि जांच निष्पक्ष, पारदर्शी और तकनीकी रूप से गहन हो, ताकि न सिर्फ इस हादसे का सच सामने आए, बल्कि भविष्य की संभावित दुर्घटनाओं से भी बचा जा सके।
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