लेख:जावेद अख्तर
नई दिल्ली। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन (AIM) और AICTE (अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद) के सहयोग से शुरू किया गया “Viksit Bharat Buildathon 2025” अब देशभर के स्कूलों में नवाचार और आत्मनिर्भरता की नई लहर पैदा कर रहा है। यह पहल भारत को “Viksit Bharat @2047” के विज़न की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए एक ऐतिहासिक कदम मानी जा रही है।
🔹 क्या है विकसित भारत बिल्डाथॉन 2025?
Viksit Bharat Buildathon 2025 एक राष्ट्रीय स्तर का नवाचार अभियान (National Innovation Movement) है, जिसका उद्देश्य कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों को आत्मनिर्भर भारत (Self-Reliant India) और स्वदेशी नवाचार (Indigenous Innovation) की सोच के साथ जोड़ना है।
इस अभियान के तहत छात्र टीमों में काम करके वास्तविक सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी समस्याओं का समाधान खोजते हैं।
यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं बल्कि एक राष्ट्र-निर्माण मिशन है, जो छात्रों को भविष्य के उद्यमी (Entrepreneurs), वैज्ञानिक (Innovators) और नेता (Leaders) बनने की दिशा में प्रेरित करता है।
🔹 लॉन्च और भागीदारी का पैमाना
इस मेगा अभियान को 23 सितंबर 2025 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने लॉन्च किया था।
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इसमें देशभर के 1.5 लाख से अधिक स्कूलों के 1 करोड़ से ज्यादा छात्र शामिल हैं।
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कार्यक्रम के मुख्य विषय (Core Themes) हैं:
आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी, वोकल फॉर लोकल, और समृद्धि।
Viksit Bharat Buildathon 2025 का आयोजन शिक्षा मंत्रालय, नीति आयोग (AIM) और AICTE के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा है।
🔹 अभियान का मुख्य उद्देश्य
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स्कूल स्तर पर नवाचार, रचनात्मकता और समस्या समाधान की संस्कृति को प्रोत्साहित करना।
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भारत को वैश्विक नवाचार केंद्र (Global Innovation Hub) के रूप में स्थापित करना।
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Viksit Bharat @2047 के लक्ष्यों से शिक्षा प्रणाली को जोड़ना।
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ग्रामीण, आदिवासी और आकांक्षी जिलों के छात्रों को तकनीकी अवसर प्रदान करना।
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युवाओं में स्वावलंबन, उद्यमशीलता और जिम्मेदारी की भावना विकसित करना।
🔹 Viksit Bharat Buildathon 2025: Overview
| पहलू | विवरण |
|---|---|
| लॉन्च करने वाली संस्थाएँ | शिक्षा मंत्रालय, AIM (नीति आयोग), AICTE |
| लॉन्च तिथि | 23 सितंबर 2025 |
| लक्षित समूह | कक्षा 6–12 के छात्र |
| संलग्न स्कूल | 1.5 लाख+ |
| भाग लेने वाले छात्र | 1 करोड़+ |
| मुख्य थीम्स | आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी, वोकल फॉर लोकल, समृद्धि |
| परिणाम घोषणा और सम्मान समारोह | जनवरी 2026 |
| भागीदारी मोड | हाइब्रिड (ऑनलाइन + ऑफलाइन) |
| विशेष फोकस | ग्रामीण, आदिवासी और आकांक्षी जिले |
🔹 थीम्स का अर्थ और महत्व
1. आत्मनिर्भर भारत (Atmanirbhar Bharat):
छात्रों को स्थानीय स्तर पर तकनीकी समाधान विकसित करने और बाहरी निर्भरता घटाने की प्रेरणा देना।
2. स्वदेशी (Swadeshi):
भारत की पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों, हस्तशिल्प और indigenous तकनीकों को आधुनिक स्वरूप देना।
3. वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local):
स्थानीय उद्योगों, उत्पादों और कारीगरों को बढ़ावा देना ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था सशक्त हो सके।
4. समृद्धि (Samriddhi):
संतुलित विकास, टिकाऊ अर्थव्यवस्था और सामाजिक समानता सुनिश्चित करना।
🔹 आवेदन प्रक्रिया (Registration Process)
कक्षा 6 से 12 तक के छात्र इस बिल्डाथॉन में अपने स्कूल के माध्यम से भाग ले सकते हैं।
पंजीकरण पूरी तरह ऑनलाइन और नि:शुल्क है।
अंतिम तिथि: 6 अक्टूबर 2025
पंजीकरण की प्रक्रिया:
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https://vbb.mic.gov.in वेबसाइट पर जाएँ।
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स्कूल पहले स्वयं को पंजीकृत करें।
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5–7 छात्रों की टीम बनाकर उनका विवरण दर्ज करें।
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प्रोजेक्ट आइडिया, मॉडल या प्रोटोटाइप प्लान अपलोड करें।
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सभी प्रविष्टियाँ फोटो/वीडियो फॉर्म में जमा करें।
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सबमिशन के बाद डिजिटल प्रमाणपत्र डाउनलोड करें।
सभी प्रतिभागियों को शिक्षा मंत्रालय द्वारा ई-प्रमाणपत्र (Digital Participation Certificate) प्रदान किया जाएगा।
🔹 महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)
| चरण | गतिविधि | तिथि |
|---|---|---|
| लॉन्च | शिक्षा मंत्री द्वारा उद्घाटन | 23 सितंबर 2025 |
| पंजीकरण विंडो | 23 सितंबर – 6 अक्टूबर 2025 | |
| तैयारी व मेंटरिंग अवधि | 6 – 12 अक्टूबर 2025 | |
| राष्ट्रीय लाइव बिल्डाथॉन | 13 अक्टूबर 2025 | |
| एंट्री सबमिशन | 14 – 31 अक्टूबर 2025 | |
| मूल्यांकन प्रक्रिया | नवंबर 2025 | |
| परिणाम व सम्मान समारोह | जनवरी 2026 |
🔹 पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)
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प्रत्येक टीम में 5 से 7 छात्र एक ही स्कूल से होने चाहिए।
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एक स्कूल कई टीमों को नामांकित कर सकता है।
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प्रोजेक्ट का स्वरूप कॉन्सेप्ट, प्रोटोटाइप या वर्किंग मॉडल में हो सकता है।
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प्रत्येक टीम को मेंटोर शिक्षक का मार्गदर्शन अनिवार्य होगा।
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मूल्यांकन के मानदंड: नवाचार, व्यवहारिकता और सामाजिक प्रभाव।
🔹 भविष्य की दिशा (Way Forward)
भारत में नवाचार संस्कृति को मजबूत करने के लिए सरकार अब इस अभियान को एक स्थायी शिक्षा मॉडल के रूप में विकसित करना चाहती है।
प्रमुख सिफारिशें:
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प्रत्येक जिले में अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) की स्थापना।
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मेंटर्स के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करना।
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उद्योग जगत और CSR साझेदारी को बढ़ावा देना।
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ग्रामीण और आदिवासी स्कूलों में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर सुदृढ़ करना।
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विजेता छात्रों के प्रोजेक्ट्स को इन्क्यूबेशन और पेटेंट सहायता प्रदान करना।
