लेख:जावेद अख्तर
नई दिल्ली, 29 सितंबर 2025 — कर्नाटक सरकार ने उच्च शिक्षा हासिल करने वाली छात्राओं को प्रोत्साहित करने और आर्थिक सहयोग प्रदान करने के लिए एक नई महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है। दीपिका छात्रवृत्ति योजना (Deepika Student Scholarship) को अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से राज्य के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा लागू किया गया है। इस योजना का उद्देश्य राज्य की लाखों बेटियों को आर्थिक बोझ से मुक्त कर, उन्हें स्नातक और व्यावसायिक शिक्षा में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना है।
क्या है दीपिका छात्रवृत्ति योजना?
यह योजना 2025–26 शैक्षणिक सत्र से लागू होगी। इसके तहत 37,000 से अधिक छात्राओं को प्रति वर्ष 30,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी, जब तक कि वे अपनी स्नातक, व्यावसायिक या डिप्लोमा शिक्षा पूरी नहीं कर लेतीं।
विशेष बात यह है कि अगर पात्र छात्राओं की संख्या 37,000 से अधिक हो जाती है, तब भी सभी योग्य उम्मीदवारों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। यह कदम सरकार की शिक्षा में समान अवसर देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पात्रता (Eligibility)
इस छात्रवृत्ति योजना का लाभ उन्हीं छात्राओं को मिलेगा:
- जिन्होंने सरकारी विद्यालयों और कॉलेजों में कक्षा 10 और प्री-यूनिवर्सिटी कोर्स (PUC) पूरा किया हो।
- जो वर्तमान में सामान्य स्नातक कार्यक्रमों, व्यावसायिक कोर्सों या डिप्लोमा कोर्सों में दाखिला ले रही हों।
आवेदन प्रक्रिया और अंतिम तिथि
- योग्य छात्राओं को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होगा।
- आवेदन प्रक्रिया के दौरान उन्हें अपने व्यक्तिगत विवरण, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, और नामांकन संबंधित दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे।
- आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 निर्धारित की गई है।
आवश्यक दस्तावेज़
आवेदन करते समय निम्न दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे:
- व्यक्तिगत पहचान विवरण
- सरकारी संस्थान से कक्षा 10 और PUC उत्तीर्ण होने का प्रमाण
- उच्च शिक्षा कोर्स में नामांकन का प्रमाण
- पोर्टल पर मांगे गए अन्य दस्तावेज़
योजना का उद्देश्य और महत्व
इस योजना का मुख्य लक्ष्य है:
- आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की छात्राओं को शिक्षा का अवसर प्रदान करना।
- बेटियों को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
- राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर और लैंगिक समानता सुनिश्चित करना।
कर्नाटक सरकार और अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की इस साझेदारी से हजारों छात्राओं के सपनों को नया पंख मिलेगा। यह पहल न केवल शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि राज्य की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में भी अहम योगदान करेगी।
