बीजिंग, 4 मार्च 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी उत्पादों पर लगाए गए नए भारी टैरिफ का जवाब देते हुए चीन ने कड़ा रुख अपनाया है। मंगलवार को चीन सरकार के प्रवक्ता ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "अगर अमेरिका को युद्ध चाहिए—चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो, या कोई अन्य संघर्ष—तो हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार हैं।"
व्यापार युद्ध का बढ़ता दायरा
फरवरी में डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर 10% का टैरिफ लगाया था, जिसे मार्च में बढ़ाकर 20% कर दिया गया। इसके जवाब में बीजिंग ने मंगलवार को अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 15% तक का टैरिफ लगा दिया।
चीन ने अपने निर्यात नियंत्रण नियमों को भी सख्त करते हुए लगभग दो दर्जन अमेरिकी कंपनियों को नए प्रतिबंधों के दायरे में शामिल कर दिया।
फेंटानिल विवाद: सिर्फ़ बहाना?
चीन ने अमेरिकी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि फेंटानिल संकट के नाम पर चीन पर लगाए गए टैरिफ पूरी तरह से "कमज़ोर बहाना" हैं। चीन सरकार के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "अमेरिका को अपने देश में फेंटानिल संकट के लिए खुद ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। हमने अमेरिकी जनता की भलाई के लिए कई मजबूत कदम उठाए हैं, लेकिन इसके बदले में हमें ब्लैकमेल किया जा रहा है।"
चीन ने आगे कहा, "हमें दंडित किया जा रहा है, जबकि हमने अमेरिका की मदद की है। यह रवैया अमेरिका की अपनी समस्या का हल नहीं निकालेगा, बल्कि हमारे सहयोग और वार्ता को और नुकसान पहुंचाएगा।"
चीन की कड़ी चेतावनी
चीनी प्रवक्ता ने अपने बयान में स्पष्ट कहा, "धमकियों से हम नहीं डरते। दबाव और ज़बरदस्ती हम पर काम नहीं करेगी। जो कोई भी चीन पर अधिकतम दबाव बनाने की रणनीति अपनाएगा, वह भारी ग़लती कर रहा है।"
चीन ने यह भी कहा कि यदि अमेरिका सच में फेंटानिल संकट का समाधान चाहता है, तो उसे चीन के साथ सम्मानजनक और समान स्तर पर बातचीत करनी चाहिए।
आगे की राह
इस तनावपूर्ण स्थिति में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वे शी जिनपिंग से बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन अभी तक दोनों नेताओं के बीच कोई संवाद नहीं हुआ है। इस बीच, चीन ने अमेरिका के कई और उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
अमेरिका और चीन के बीच यह बढ़ता व्यापार युद्ध न केवल वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है, बल्कि राजनीतिक संबंधों में भी गंभीर दरारें डाल सकता है।
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