Type Here to Get Search Results !

ADS5

ADS2

भारत में 'कोविड जैसा' HMPV वायरस फैलने का कोई खतरा नहीं: स्वास्थ्य महानिदेशक का आश्वासन

स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक (DGHS) ने देशभर में ह्यूमन मेटापनेउमोवायरस (HMPV) को लेकर फैली चिंताओं पर विराम लगाते हुए कहा है कि इस वायरस से ‘कोविड-19’ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने जनता से घबराने की बजाय सतर्क रहने और सामान्य स्वास्थ्य सावधानियों का पालन करने का आग्रह किया।


HMPV वायरस: क्या है और क्यों हो रही है चर्चा?

ह्यूमन मेटापनेउमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संक्रमण पैदा करने वाला वायरस है, जो मुख्यतः बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। यह वायरस सांस लेने में तकलीफ, बुखार, खांसी, और कभी-कभी गले में खराश जैसे लक्षण पैदा करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस कोरोना वायरस की तरह घातक या तीव्र प्रसार करने वाला नहीं है।

HMPV को लेकर हाल ही में अमेरिका और यूरोप में कुछ मामलों की बढ़ती संख्या ने इसे चर्चा में ला दिया। हालांकि भारत में इस वायरस के फैलने या गंभीर संक्रमण के मामलों का कोई बड़ा प्रमाण नहीं है।

स्वास्थ्य महानिदेशक का बयान

स्वास्थ्य महानिदेशक ने कहा,

"HMPV को लेकर चिंता करना आवश्यक नहीं है। यह एक सामान्य श्वसन वायरस है, और भारत में इसके प्रकोप की संभावना बहुत कम है। सरकार स्थिति पर नजर रख रही है, और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि जनता को सामान्य श्वसन संक्रमणों से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए, जैसे:

  • मास्क पहनना: विशेष रूप से खांसी या जुकाम होने पर।
  • हाथों की स्वच्छता: बार-बार हाथ धोना और सैनिटाइजर का उपयोग करना।
  • भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचाव: जहां संक्रमण का खतरा अधिक हो सकता है।
  • स्वस्थ खानपान और नियमित व्यायाम: प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए।

HMPV और कोविड-19 में अंतर

HMPV और कोविड-19 दोनों ही श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं, लेकिन इनमें कई महत्वपूर्ण अंतर हैं:

  • संक्रमण का स्तर: HMPV का संक्रमण कम गंभीर होता है और इसके कारण अस्पताल में भर्ती होने की दर काफी कम है।
  • प्रसार: HMPV का प्रसार धीमा होता है और यह महामारी के स्तर तक नहीं पहुंचता।
  • उपचार: HMPV के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों का प्रबंधन सामान्य चिकित्सा देखभाल से किया जा सकता है।

सरकार की तैयारियां और जनता के लिए संदेश

सरकार ने सभी प्रमुख अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को सतर्क रहने और संभावित मामलों की निगरानी के निर्देश दिए हैं। साथ ही, वायरस की स्थिति पर नजर रखने के लिए विशेष मॉनिटरिंग टीमों का गठन किया गया है।

महानिदेशक ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी पर भरोसा रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि किसी को लंबे समय तक खांसी, बुखार, या सांस लेने में कठिनाई होती है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

निष्कर्ष

HMPV को लेकर भारत में फिलहाल घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह वायरस कोविड-19 जितना खतरनाक नहीं है और सामान्य श्वसन संक्रमणों की तरह इसका प्रभाव सीमित है। सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, और उचित कदम उठाए जा रहे हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

ADS3

ADS4