सीरिया में विद्रोहियों के कब्जे के बाद बशर अल-असद का क्या हुआ? रहस्यमयी उड़ान ने बढ़ाई अटकलें
असद के भागने की खबरें और विमान का रहस्यमयी U-टर्न
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, दमिश्क एयरपोर्ट से एक विमान ने उड़ान भरी, जो बाद में रहस्यमयी ढंग से रडार से गायब हो गया। यह विमान पहले सीरिया के तटीय क्षेत्र की ओर गया, जिसे असद का मजबूत गढ़ माना जाता है, लेकिन फिर अचानक U-टर्न लेकर विपरीत दिशा में उड़ने लगा। इसके बाद विमान का रडार से गायब हो जाना यह संकेत देता है कि उसे विद्रोहियों के कब्जे वाले होम्स क्षेत्र में मार गिराया गया हो सकता है।
फ्लाइट डाटा से पता चला कि विमान 3,650 मीटर की ऊंचाई से 1,070 मीटर की ऊंचाई तक तेजी से नीचे उतरा और फिर गायब हो गया।
क्या असद विमान में थे?
सीरियाई अधिकारियों के अनुसार, यह तय नहीं है कि असद विमान में मौजूद थे या नहीं। हालांकि, दो सूत्रों ने बताया कि "अगर असद विमान में थे, तो उनके मारे जाने की संभावना बहुत अधिक है।"
मॉस्को में शरण लेने की संभावना
कुछ रिपोर्ट्स में यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि असद रूस या ईरान में शरण ले सकते हैं। विद्रोहियों के हमले से पहले असद मॉस्को का दौरा कर चुके थे। इसके अलावा, ईरानी समाचार एजेंसियों ने उनकी दमिश्क में एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी के साथ मुलाकात की तस्वीरें भी प्रकाशित की थीं।
विद्रोहियों की सफलता और असद युग का अंत
2011 में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन सीरिया में गृह युद्ध का रूप ले चुके थे। इस दौरान बशर अल-असद की कठोर नीतियों के कारण 5 लाख से अधिक लोगों की जान गई, और लाखों लोग बेघर हुए। विद्रोही समूहों द्वारा दमिश्क पर कब्जा और असद के शासन का पतन सीरिया में नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।
दमिश्क में जश्न का माहौल
दमिश्क और अन्य शहरों में विद्रोही समर्थकों ने असद के पतन का जश्न मनाया। लोग सड़कों पर निकलकर गोलियां चलाते और गाड़ियों के हॉर्न बजाते देखे गए। विद्रोहियों ने दमिश्क की कुख्यात सेडनाया जेल के सभी कैदियों को भी रिहा कर दिया और इसे "जुल्म के युग का अंत" बताया।
बशर अल-असद का परिचय
बशर अल-असद ने 2000 में अपने पिता हाफिज अल-असद के बाद सत्ता संभाली थी। हाफिज ने लगभग तीन दशक तक सीरिया पर शासन किया था, जिसे दमनकारी माना गया। 2011 में विरोध प्रदर्शनों के दौरान असद की कठोर नीतियों ने उन्हें एक क्रूर शासक के रूप में बदनाम किया।
अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि बशर अल-असद जीवित हैं या नहीं, लेकिन उनका पतन सीरियाई राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हुआ है।