19 सितम्बर 2025:कविता शर्मा | पत्रकार
नई दिल्ली, 19 सितंबर 2025 – दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव गुरुवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुए। इस बार 39.45% छात्रों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय रूप से अधिक है। पिछले साल सिर्फ़ 30% मतदान दर्ज हुआ था।
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मतदान प्रक्रिया और व्यवस्थाएँ
विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, मतदान 195 बूथों और 52 पोलिंग स्टेशनों पर आयोजित किया गया।
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समय-सारणी:
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डे-स्कॉलर छात्रों के लिए सुबह 8:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक मतदान हुआ।
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इवनिंग-शिफ्ट छात्रों ने दोपहर 3 बजे से मतदान किया।
मतदान समाप्त होने के बाद सभी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (EVM) विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित मल्टीपर्पज़ हॉल के मजबूत कमरे में सुरक्षित रखी गईं।
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NSUI का आरोप और ABVP की प्रतिक्रिया
कांग्रेस समर्थित नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने आरोप लगाया कि कई कॉलेजों—जैसे कि किरोरी मल कॉलेज, हिंदू कॉलेज और हंसराज कॉलेज—में मतदान प्रक्रिया में धांधली हुई।
NSUI का दावा है कि “कुछ ईवीएम पर जानबूझकर [RSS समर्थित] अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) उम्मीदवारों के नाम के सामने नीली स्याही के निशान लगाए गए, ताकि मतदाताओं को प्रभावित किया जा सके।”
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इस पर DUSU के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राज किशोर शर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “निर्दिष्ट कॉलेजों की जांच की गई, जहां CCTV कैमरे लगाए गए थे, और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की पुष्टि नहीं हुई।” उन्होंने आगे कहा कि इस बार अधिक मतदान यह दर्शाता है कि छात्र चुनावों और स्वच्छ माहौल को लेकर अधिक जागरूक हुए हैं।
दूसरी ओर, ABVP ने NSUI पर “निराधार आरोप लगाने” का आरोप लगाया और कहा कि “यह उनकी आसन्न हार की हताशा है।” ABVP का दावा है कि वे चारों प्रमुख पदों पर जीत हासिल करने की राह पर हैं।
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प्रचार शैली और बदलाव
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार चुनाव प्रचार अपेक्षाकृत संयमित रहा।
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दिल्ली हाईकोर्ट ने 2024 में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में करीब दो महीने तक मतगणना रोक दी थी।
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इस बार, विश्वविद्यालय द्वारा लाउडस्पीकर और वाहनों से प्रचार पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
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इसके चलते छात्रों ने प्रचार-प्रसार के लिए ऑनलाइन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अधिक महत्व दिया।
प्रमुख उम्मीदवार और मुकाबला
DUSU अध्यक्ष पद के लिए आठ उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:
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आर्यन मान (ABVP)
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जॉस्लिन नंदिता चौधरी (NSUI)
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अंजलि (AISA और SFI समर्थित)
वर्तमान में छात्र संघ में NSUI और ABVP के बीच बराबरी का मुकाबला है, जिससे इस बार की मतगणना और भी अहम हो गई है।
निष्कर्ष:-
DUSU चुनाव 2025 में लगभग 40% मतदान यह संकेत देता है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र अब पहले से अधिक सक्रिय और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति जागरूक हो रहे हैं। सभी की निगाहें अब आज होने वाली मतगणना पर टिकी हैं, जो तय करेगी कि इस बार विश्वविद्यालय की राजनीति पर किस संगठन का वर्चस्व रहेगा।

