देहरादून/उत्तरकाशी, 5 अगस्त 2025: रिपोर्ट: सरफ़राज़ ज़हूरी
प्रभावित गांव: तीर्थ मार्ग पर स्थित धाराली बना तबाही का केंद्र
धाराली गांव, जो कि प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के तीर्थ यात्रा मार्ग पर स्थित है, इस बाढ़ का सबसे अधिक शिकार बना। पुलिस के अनुसार, खीर गंगा की सहायक नदी खीर गढ़ का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे कई निर्माण ढह गए। वायरल हुए वीडियो में गांव की गलियों से गुजरती बर्फीली और कीचड़ भरी नदियाँ देखी जा सकती हैं, जिसमें लोग अपनी जान बचाने के लिए ऊँचाई की ओर भागते दिख रहे हैं।
स्थानीय निवासी राजेश पंवार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “करीब 20-25 होटल और होमस्टे पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं और 10-12 लोग मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं।”
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, SDRF और सेना जुटी राहत कार्य में
बादल फटने के तुरंत बाद राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), भारतीय सेना और स्थानीय प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया। राहत कार्य में तेजी लाई जा रही है, लेकिन खराब मौसम और मलबा हटाने की कठिनाई के कारण चुनौती बढ़ती जा रही है।
धाराली के अलावा, बनाला पट्टी (बड़कोट तहसील) में भी भारी बारिश के चलते कुड गधेरे के उफान में लगभग 18 बकरियाँ बह गईं। इससे पता चलता है कि इस आपदा ने न केवल मानव जीवन, बल्कि पशुधन को भी भारी नुकसान पहुंचाया है।
केंद्र और राज्य सरकार की सतर्कता
केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर स्थिति का जायज़ा लिया और NDRF तथा ITBP को तुरंत राहत क्षेत्र में भेजने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, "उत्तरकाशी की इस त्रासदी में प्रभावित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएँ हैं। मुख्यमंत्री से बात की है और राहत कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।"
मौसम विभाग की चेतावनी: 10 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में 10 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विशेष रूप से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों को सतर्क रहने को कहा गया है। प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और नदी-नालों से दूर रहें।
अन्य आपदाएँ: जम्मू-कश्मीर में भी बादल फटा, मजदूर लापता
इस बीच, जम्मू और कश्मीर के राजौरी ज़िले में सोमवार को हुई भारी बारिश से ढांगरी नाले में बाढ़ आ गई। तीन प्रवासी मजदूरों में से एक – प्रमोद कुमार (उत्तर प्रदेश) – पानी के तेज बहाव में बह गया, जबकि दो अन्य किसी तरह बच निकले। SDRF, पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवकों की मदद से खोज अभियान जारी है।
ध्यान देने योग्य तथ्य और अलर्ट:
-
धाराली में 20-25 होटल और होमस्टे बह गए
-
10-12 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका
-
बनाला पट्टी में 18 बकरियाँ बही
-
IMD ने 10 अगस्त तक भारी वर्षा की चेतावनी दी है
-
NH-58 पर पागल नाला और भनेरपानी के पास सड़क बंद
-
ज्योतिरमठ-मलारी मोटर मार्ग सलधर के पास बह गया
आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर:
📞 01374-222126
📞 01374-222722
📞 9456556431
निष्कर्ष:-
उत्तराखंड और हिमालयी क्षेत्रों में जारी भारी बारिश और बादल फटने की घटनाएँ यह दर्शाती हैं कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव अब अधिक तीव्र और घातक हो चुके हैं। राहत कार्य जारी हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन, आपदा प्रबंधन बल और सेना के समन्वय से ही समय रहते प्रभावी बचाव संभव है। आम जनता से अपील है कि वे सतर्क रहें, अफवाहों से बचें, और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
ये भी पढ़े
2 -प्रीमियम डोमेन सेल -लिस्टिंग
