संभल शहर में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद से स्थानीय प्रशासन और नगर पालिका ने इस संवेदनशील मुद्दे पर गंभीर रुख अपनाया था। अब, कई महीनों की योजना और तैयारी के बाद, नगर पालिका संभल इस सप्ताह से शहर के 60 प्रमुख स्थानों पर अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है।
🔍 बवाल के बाद सुरक्षा पर विशेष फोकस
24 नवंबर को हुए बवाल के दौरान जामा मस्जिद के पिछले हिस्से में भीड़ के एकत्र होने और नखासा तिराहे की ओर भागने जैसी घटनाओं ने शहर की कानून व्यवस्था को एक बार फिर सवालों के घेरे में ला खड़ा किया था। हिंदूपुरा खेड़ा और दीपा सराय में पुलिस पर हमला भी हुआ। इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया कि शहर को आधुनिक निगरानी प्रणाली की सख्त जरूरत है।
🏙️ किन स्थानों पर लगेंगे कैमरे?
नगर पालिका द्वारा तय किए गए 60 स्थानों में से अधिकांश वही इलाके हैं, जो बवाल के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित रहे थे। इन स्थानों में मुख्य चौराहे, तिराहे और संवेदनशील गलियाँ शामिल हैं। इससे हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा सकेगी और किसी भी प्रकार की असामाजिक हरकत या हिंसा की स्थिति में प्रशासन त्वरित कार्रवाई कर सकेगा।
🎥 कौन-कौन से कैमरे लगाए जाएंगे?
नगर पालिका ईओ (कार्यकारी अधिकारी) मणिभूषण तिवारी ने जानकारी दी कि इस योजना के तहत निम्न प्रकार के कैमरे लगाए जा रहे हैं:
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PTZ कैमरे (Pan-Tilt-Zoom): यह कैमरे किसी विशेष बिंदु को फोकस करने के साथ 360 डिग्री तक घूम सकते हैं।
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ANPR कैमरे (Automatic Number Plate Recognition): यह कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट को स्कैन कर ट्रैफिक निगरानी और अपराध नियंत्रण में मदद करेंगे।
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HD सीसीटीवी कैमरे: शहर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सामान्य निगरानी के लिए।
इन सभी कैमरों को एकीकृत कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा जो एएसपी कार्यालय में स्थापित होगा। इसके अलावा, स्थानीय थानों से भी निगरानी करने की सुविधा दी जाएगी, जिससे समन्वित सुरक्षा तंत्र तैयार हो सकेगा।
💰 बजट और टेंडर प्रक्रिया
सीसीटीवी कैमरे लगाने की पूरी परियोजना पर दो करोड़ रुपये से अधिक का बजट स्वीकृत किया गया है। टेंडर प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है और इसी सप्ताह से कैमरे लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
ईओ मणिभूषण तिवारी ने कहा कि पहले से शहर में जो कैमरे लगे हुए हैं, उन्हें भी इसी एकीकृत निगरानी तंत्र में सम्मिलित किया जाएगा ताकि पूरा शहर एक नेटवर्क के तहत आ जाए।
🔐 सुरक्षा के नए युग की शुरुआत
संभल में इस तरह की तकनीकी पहल पहली बार इतनी व्यापक रूप में की जा रही है। इससे न केवल आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगेगी, बल्कि जनता में सुरक्षा की भावना भी सुदृढ़ होगी।
नगरपालिका के इस कदम को नागरिकों और व्यापारियों का भी सहयोग मिलने की उम्मीद है, क्योंकि यह न केवल अपराध नियंत्रण में सहायक होगा, बल्कि शहर की स्मार्ट सिटी के रूप में पहचान बनाने की दिशा में भी अहम कड़ी साबित हो सकता है।
📌 निष्कर्ष
संभल जैसे संवेदनशील शहर में हाईटेक सीसीटीवी कैमरों की यह व्यवस्था, भविष्य में किसी भी प्रकार के दंगे, हिंसा या अपराध को रोकने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
नगर पालिका और पुलिस प्रशासन की संयुक्त निगरानी प्रणाली, न केवल अपराधियों में भय उत्पन्न करेगी, बल्कि एक जिम्मेदार और सुरक्षित नागरिक समाज के निर्माण में भी सहायक होगी।ये भी पढ़ें
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