IPL इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 18वें सीजन के तीसरे मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपरकिंग्स का सामना किया, लेकिन एक बार फिर अपनी हार की लय को तोड़ने में नाकाम रही। चेन्नई के चेपक स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
लगातार 13वीं हार: क्या है कारण?
आईपीएल इतिहास में मुंबई इंडियंस का पहला मैच हमेशा से ही एक चुनौती रहा है। 2012 के बाद से अब तक मुंबई इंडियंस अपना पहला मैच जीतने में विफल रही है। इस बार भी उम्मीद थी कि यह टीम इस रिकॉर्ड को तोड़ने में सफल होगी, लेकिन चेन्नई सुपरकिंग्स ने उसे मात दे दी।
चेन्नई के युवा कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। उनके इस निर्णय को तेज गेंदबाज दीपक चाहर और अफगान स्पिनर नूर अहमद ने सही साबित किया। दोनों गेंदबाजों ने मिलकर मुंबई की मजबूत बैटिंग लाइन-अप को महज 155 रन पर समेट दिया।
नूर अहमद की फिरकी में फंसी मुंबई इंडियंस
नूर अहमद ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने चार ओवरों में सिर्फ 18 रन देकर चार महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। उनकी गेंदबाजी के आगे मुंबई के बल्लेबाज बेबस नजर आए। खासतौर पर सूर्यकुमार यादव को जिस तरह से धोनी ने स्टंप आउट किया, वह IPL इतिहास के बेहतरीन स्टंपिंग में से एक था।
चेन्नई की बल्लेबाजी और रचिन रविंद्र की मैच विनिंग पारी
चेन्नई सुपरकिंग्स को 156 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उन्होंने 19.1 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। इस जीत के हीरो रहे रचिन रविंद्र, जिन्होंने 45 गेंदों पर 65 रन बनाए। उनकी इस शानदार पारी में चार छक्के और दो चौके शामिल थे।
जब 15वें ओवर में 116 रन पर चेन्नई का पांचवां विकेट गिरा, तब ऐसा लग रहा था कि मुंबई इंडियंस इस मैच को अपने पक्ष में कर लेगी। लेकिन रचिन रविंद्र ने संयम बनाए रखा और टीम को जीत दिलाकर ही ड्रेसिंग रूम लौटे। उनका अंतिम छक्का स्टेडियम में बैठे दर्शकों के लिए एक यादगार लम्हा बना।
कैसा रहा मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन?
मुंबई इंडियंस के लिए यह मैच एक बड़ा सबक था। कप्तान हार्दिक पांड्या ने मैच के बाद स्वीकार किया कि उनकी टीम 15-20 रन कम बना पाई, लेकिन उन्होंने अपने गेंदबाजों की सराहना की।
मुंबई इंडियंस की हार के पीछे कुछ प्रमुख कारण:
- गेंदबाजों की लय में कमी: तेज गेंदबाजों ने शुरुआती विकेट तो लिए, लेकिन बीच के ओवरों में रन रोकने में असफल रहे।
- मध्यक्रम की विफलता: सूर्यकुमार यादव, इशान किशन और तिलक वर्मा जैसे बल्लेबाज बड़ी पारियां नहीं खेल सके।
- चेन्नई के स्पिनर्स का जलवा: नूर अहमद और अन्य गेंदबाजों ने मुंबई के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
मुंबई इंडियंस का आईपीएल में पहला मैच हारने का इतिहास
मुंबई इंडियंस की आईपीएल में पहले मैच में हार का सिलसिला 2013 में शुरू हुआ था, जब रिकी पॉन्टिंग की कप्तानी में टीम बेंगलुरु से मात्र दो रनों से हार गई थी।
- 2014: कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हार।
- 2015: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ हार।
- 2016: कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हार।
- 2017: राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के खिलाफ हार।
- 2018: फिर से राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के खिलाफ हार।
- 2019: चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ हार।
- 2020: दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हार।
- 2021: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ हार।
- 2022: दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हार।
- 2023: गुजरात टाइटंस के खिलाफ हार।
2024 में भी मुंबई इंडियंस की यही कहानी दोहराई गई, और यह उनका लगातार 13वां पहला मैच हारने का रिकॉर्ड बन गया।
क्या मुंबई इंडियंस इस सिलसिले को तोड़ पाएगी?
मुंबई इंडियंस एक मजबूत टीम है, लेकिन लगातार पहले मैच में हार का रिकॉर्ड उनकी रणनीति और मनोबल को प्रभावित कर सकता है।
- कप्तानी में बदलाव: हार्दिक पांड्या को टीम का नेतृत्व करना सीखना होगा।
- स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ बेहतर रणनीति: नूर अहमद जैसे गेंदबाजों को खेलने के लिए टीम को तैयारी करनी होगी।
- तेज गेंदबाजों की लय: डेथ ओवर्स में बेहतर गेंदबाजी करना बेहद जरूरी है।
अगर मुंबई इंडियंस इन बिंदुओं पर ध्यान देती है, तो वे निश्चित रूप से इस हार के सिलसिले को तोड़ सकते हैं।
निष्कर्ष
आईपीएल 2024 के इस मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स ने मुंबई इंडियंस को चार विकेट से हराकर अपनी ताकत का परिचय दिया। नूर अहमद की फिरकी, ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी और रचिन रविंद्र की मैच जिताऊ पारी ने मुंबई इंडियंस को एक और हार का स्वाद चखाया।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले मुकाबलों में मुंबई इंडियंस कैसे वापसी करती है और क्या वह अपने पहले मैच में हार के सिलसिले को अगले सीजन में तोड़ पाएगी।
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