स्वीडन में विवादास्पद शख़्सियत सलवान मोमिका की बुधवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। 38 वर्षीय मोमिका, जो क़ुरान जलाने की घटना के कारण विश्व स्तर पर चर्चा में आए थे, स्टॉकहोम के पास एक अपार्टमेंट में गोलीबारी का शिकार हुए।
क्या हुआ था?
स्थानीय समयानुसार रात 11 बजे पुलिस को गोलीबारी की सूचना मिली। जब तक उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोमिका अपनी बालकनी में खड़े होकर टिकटॉक लाइव स्ट्रीमिंग कर रहे थे, तभी उन पर हमला हुआ।
स्टॉकहोम की एक अदालत गुरुवार को उनके खिलाफ चल रहे क़ुरान जलाने के मामले में फैसला सुनाने वाली थी। हालांकि, उनकी मौत के बाद सुनवाई टाल दी गई है।
कौन थे सलवान मोमिका?
सलवान मोमिका एक इराक़ी ईसाई शरणार्थी थे, जो अप्रैल 2018 में स्वीडन आए और 2021 में उन्हें शरणार्थी का दर्जा मिला। खुद को नास्तिक और लेखक बताने वाले मोमिका, अपने विवादास्पद इस्लाम-विरोधी प्रदर्शनों के कारण जाने जाते थे।
2023 में, ईद-उल-अज़हा के दिन, उन्होंने स्टॉकहोम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने कुरान जलाकर भारी विवाद खड़ा कर दिया। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुस्लिम देशों का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें सऊदी अरब, पाकिस्तान, और अन्य इस्लामी देशों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं।
घटना के बाद क्या हुआ?
उनके क़ुरान जलाने की घटना के बाद, स्वीडन के बग़दाद स्थित दूतावास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। इस्लामिक देशों के संगठन (OIC) ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भी इस घटना के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे भारत समेत कई देशों ने समर्थन दिया।
क्यों चर्चा में रहे मोमिका?
मोमिका ने स्वीडन की सीमा से बाहर भी हलचल मचाई। वह नॉर्वे चले गए थे, जहां उन्होंने शरण लेने की कोशिश की, लेकिन उन्हें वापस स्वीडन भेज दिया गया। स्वीडन के कानूनों के तहत उनके विरोध प्रदर्शन को मंज़ूरी दी गई थी, क्योंकि यह देश के अभिव्यक्ति की आज़ादी के कानूनों का उल्लंघन नहीं करता था।
हालांकि, स्वीडन के माइग्रेशन बोर्ड ने साफ किया था कि अगर उन्हें उनके देश इराक़ भेजा जाता, तो उनकी जान को गंभीर खतरा हो सकता था।
प्रधानमंत्री और सिक्योरिटी एजेंसियों की प्रतिक्रिया
स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ़ क्रिसटेरसन ने इस हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस मामले में विदेशी लिंक होने की संभावना की जांच की जा रही है। स्वीडिश सिक्योरिटी सर्विसेज़ भी इस जांच में शामिल हो चुकी हैं।
क्या है आगे का रास्ता?
मोमिका की हत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह हत्या उनके विवादित कृत्यों का नतीजा थी या इसके पीछे कोई और कारण है? फिलहाल पुलिस ने पाँच संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, लेकिन हत्या के मकसद को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।