इज़राइल की कैबिनेट ने हमास के साथ संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए ऐतिहासिक समझौते को मंजूरी दे दी है। यह समझौता 15 महीने से जारी गाज़ा युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। रविवार से प्रभावी होने वाले इस समझौते में तीन चरणों में संघर्ष विराम लागू करने और बंधकों की रिहाई शामिल है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया, "सरकार ने बंधकों की वापसी के लिए फ्रेमवर्क को मंजूरी दे दी है। बंधकों की रिहाई का यह ढांचा रविवार से लागू होगा।"
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GAZA |
मुख्य बिंदु: क्या है समझौते का विवरण?
- तीन चरणों में संघर्ष विराम: रविवार से प्रभावी होने वाले इस समझौते के तहत, इज़राइल और हमास के बीच तीन चरणों में संघर्ष विराम लागू किया जाएगा।
- बंधकों की रिहाई: समझौते में बंधकों की रिहाई का भी प्रावधान है।
- मानवीय सहायता: गाज़ा पट्टी में राहत सामग्री भेजने की अनुमति दी गई है, जिसमें भोजन, दवाइयां, और ईंधन शामिल हैं।
विरोध और समर्थन का समीकरण
हालांकि, इस समझौते पर सभी का समर्थन नहीं है। इज़राइल की कैबिनेट के कुछ कट्टरपंथी नेताओं ने इस समझौते का विरोध किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बिन-गविर ने इस्तीफे की धमकी दी है, जबकि वित्त मंत्री बेज़लेल स्मोट्रिच ने चेतावनी दी है कि यदि पहले छह सप्ताह के बाद युद्ध फिर से शुरू नहीं होता, तो वे सरकार से अलग हो जाएंगे।
दूसरी ओर, अमेरिका के प्रमुख वार्ताकार ब्रेट मैकगर्क ने इसे "अच्छी तरह से तैयार और लागू करने योग्य योजना" बताया है। उन्होंने कहा, "हमने इस समझौते के हर पहलू पर काम किया है और इसे रविवार को लागू करने का पूरा विश्वास है।"
गाज़ा में मानवीय संकट और राहत की उम्मीदें
इस संघर्ष विराम के तहत संयुक्त राष्ट्र राहत और निर्माण एजेंसी (UNRWA) ने 4,000 ट्रकों में राहत सामग्री गाज़ा भेजने की तैयारी की है। गाज़ा में विस्थापित लोग भोजन, ईंधन और दवाइयों की तत्काल आवश्यकता महसूस कर रहे हैं।
एक विस्थापित फिलिस्तीनी महिला, रहीम शेख अल-ईद ने कहा, "मैं उम्मीद करती हूं कि हम अपने घरों में खाना बना सकें और अपनी मर्जी से जीवन व्यतीत कर सकें। यह संघर्ष हमारी दैनिक जिंदगी को बहुत मुश्किल बना चुका है।"
क्या यह संघर्ष विराम स्थायी होगा?
हालांकि यह समझौता संघर्ष को रोकने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, लेकिन क्षेत्र में स्थायी शांति अभी भी एक चुनौती बनी हुई है। कट्टरपंथी विचारधाराओं और राजनीतिक असहमति के बीच यह देखना होगा कि यह संघर्ष विराम स्थायी समाधान में बदलता है या नहीं।
निष्कर्ष:-
इज़राइल और हमास के बीच हुआ यह संघर्ष विराम और बंधक समझौता मानवीय संकट को कम करने और शांति के लिए एक बड़ा अवसर है। लेकिन यह स्थायी शांति की दिशा में सिर्फ पहला कदम है। दोनों पक्षों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक समग्र समाधान की दिशा में निरंतर प्रयास करना होगा।
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