अहमदाबाद, 12 जून 2025 — आज दोपहर एक भयावह त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर दिया जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान, उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। हादसे में सभी यात्रियों और 12 क्रू सदस्यों (2 पायलट और 10 केबिन क्रू) की मृत्यु हो चुकी है।
🚨 कैसे हुआ हादसा?
राज्य सरकार और डीजीसीए (DGCA) के अधिकारियों के अनुसार, विमान को दोपहर के समय उड़ान भरने की अनुमति मिली थी और वह टेकऑफ के नौ मिनट बाद ही अचानक रडार से गायब हो गया। इसके तुरंत बाद खबर आई कि विमान अहमदाबाद के मेघाणीनगर इलाके में स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के आवासीय परिसर पर गिर गया।
विमान के गिरते ही परिसर में भयंकर आग लग गई जिससे कई इमारतों को नुकसान हुआ और 200 से अधिक स्थानीय निवासी भी इस हादसे की चपेट में आ गए। स्थानीय विधायक दर्शना वाघेला ने घटनास्थल पर पहुंचकर बताया कि आवाज इतनी तेज थी कि आसपास की इमारतें कांप गईं।
🛬 एयरपोर्ट बंद, फ्लाइट्स रद्द
हादसे के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (SVPIA), अहमदाबाद को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। इसके चलते दिल्ली से गुजरात जाने वाली 9 फ्लाइट्स रद्द की गई हैं और कोलकाता से अहमदाबाद जा रही इंडिगो फ्लाइट को वापस कोलकाता लौटना पड़ा।
🔥 बचाव अभियान और चुनौतियाँ
हादसे के तुरंत बाद NDRF की छह टीमें, BSF की दो इकाइयाँ, CISF, स्थानीय फायर ब्रिगेड, और पुलिस घटनास्थल पर पहुँच गईं। लेकिन गंभीर धुएं और भीषण आग के कारण बचाव कार्य बेहद कठिन हो गया।
अहमदाबाद सिविल अस्पताल में सीवियर बर्न से पीड़ित शव लाए गए, जिनमें कई की पहचान कर पाना संभव नहीं रहा। डॉक्टर प्रांजल मोदी ने बताया, “ज्यादातर शव इतनी बुरी तरह जले हुए हैं कि पहचान मुमकिन नहीं है, कुछ लोग जीवित बचे हैं पर वे बेहोशी की हालत में हैं।”
🙏 पीड़ितों की दास्तान: एक नर्स की अधूरी यात्रा
42 वर्षीय रंजीथा गोपाकुमरन, केरल की एक नर्स, इस हादसे में मारी गईं। वह हाल ही में ब्रिटेन के हेल्थकेयर सिस्टम में नौकरी पाने के बाद, तीन दिन पहले भारत आई थीं और बुधवार को अपने नए घर का निर्माण देखने के बाद लंदन लौट रही थीं। उनके दो बच्चे और पति अब उनकी वापसी का इंतजार करते रह गए।
🗣️ देश-दुनिया से शोक संदेश
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को "स्तब्ध और पीड़ादायक" बताया और पीड़ित परिवारों के लिए संवेदना व्यक्त की।
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गृह मंत्री अमित शाह तुरंत अहमदाबाद पहुंचे और राहत कार्यों की निगरानी की।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा सहित कई राष्ट्रीय नेताओं ने संवेदना प्रकट की।
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बेनीज़, पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ़, और बांग्लादेश के कार्यवाहक प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने भारत के प्रति संवेदना व्यक्त की।
💬 प्रतिक्रियाएँ
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अभिनेता शाहरुख़ ख़ान ने ट्वीट कर लिखा, “अहमदाबाद के हादसे की खबर दिल तोड़ने वाली है। मेरी दुआएँ पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।”
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सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सभी न्यायमूर्तियों ने पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट की और बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रों और डॉक्टरों की सुरक्षा पर चिंता जताई।
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रेलवे और पश्चिम रेलवे ने राहत कार्यों में सहयोग देते हुए अतिरिक्त ट्रेनों की घोषणा की।
🛫 विमान का प्रोफाइल और तकनीकी विवरण
यह विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, जिसे 2014 में डिलीवर किया गया था। यह ड्रीमलाइनर सीरीज़ का सबसे छोटा मॉडल है, जिसकी क्षमता लगभग 248 यात्रियों की होती है। बोइंग कंपनी ने हादसे के बाद एक बयान में कहा है कि वह स्थिति की जानकारी जुटा रही है और जांच में सहयोग करेगी।
📞 एयर इंडिया की ओर से हेल्पलाइन
एयर इंडिया ने बयान में कहा, “हम गहरे दुख में हैं और पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़े हैं।” कंपनी ने हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया है ताकि परिजन जानकारी प्राप्त कर सकें।
🔍 AAIB करेगी जांच
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। DGCA ने बताया कि उड़ान भरते ही विमान ने "Mayday" कॉल किया था, लेकिन इसके बाद एटीसी की कॉल्स का कोई जवाब नहीं आया।
⚠️ बोइंग पर फिर से उठे सवाल
यह हादसा उस वक्त हुआ है जब बोइंग की छवि पहले से ही 737 Max हादसों (Lion Air 2018 और Ethiopian Airlines 2019) के बाद सवालों के घेरे में थी। अब ड्रीमलाइनर पर भी वैश्विक विमर्श शुरू हो गया है, खासकर पेरिस एयर शो से ठीक पहले हुई इस घटना के चलते।
🔚 निष्कर्ष
यह हादसा न केवल 242 लोगों की जिंदगियों को लील गया, बल्कि अनेक परिवारों के सपनों और उम्मीदों को भी राख कर गया। यह घटना न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक चेतावनी है कि विमानन सुरक्षा में जरा सी चूक कितनी बड़ी कीमत बन सकती है। अब सभी की निगाहें AAIB की जांच रिपोर्ट पर हैं, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि यह त्रासदी कैसे घटी और भविष्य में इससे बचाव कैसे किया जा सके।
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