नई दिल्ली, 27 मई 2025
दक्षिण-पश्चिम मानसून की दस्तक के साथ देश के कई राज्यों में खतरे की घंटी बज चुकी है। भारतीय मौसम विभाग यानी IMD ने ताजा चेतावनी जारी करते हुए कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और गोवा के लिए रेड अलर्ट घोषित किया है। इन राज्यों में अगले कुछ दिनों के भीतर अत्यधिक भारी बारिश की आशंका जताई गई है, जिससे जनजीवन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
IMD की इस भविष्यवाणी से साफ हो गया है कि मानसून इस बार सामान्य से कहीं पहले और ज्यादा तीव्रता के साथ पहुंचा है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 26 मई को रिकॉर्डतोड़ बारिश दर्ज की गई, जिसने न केवल ट्रैफिक व्यवस्था को चरमरा दिया, बल्कि बीते 75 वर्षों का मानसूनी रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
किन राज्यों में सबसे अधिक खतरा
मौसम विभाग ने साफ किया है कि कर्नाटक (तटीय और आंतरिक दोनों क्षेत्र), केरल और माहे, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और गोवा के कुछ हिस्सों में भारी से बेहद भारी बारिश की संभावना है। इन क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट का मतलब है कि मौसम बेहद गंभीर हो सकता है और लोगों को पूरी सतर्कता बरतनी होगी।
मुंबई में मानसून की सबसे जल्दी शुरुआत
मुंबई में हुई भारी बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। शहर की प्रमुख सड़कों पर जलभराव हो गया, गाड़ियां आधी डूब गईं और कार्यालयों व स्कूलों में उपस्थिति बुरी तरह प्रभावित हुई। यह मानसून की बीते 75 सालों में सबसे जल्दी शुरुआत मानी जा रही है, जिससे मौसम वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
इन राज्यों में भी जारी हुआ ऑरेंज अलर्ट
IMD ने ओडिशा, मध्य प्रदेश, गुजरात, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब है कि इन क्षेत्रों में भी भारी बारिश और गरज-चमक के साथ तेज हवाओं की संभावना बनी हुई है। अहमदाबाद में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।
बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र, बढ़ेगा खतरा
ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है, जो अगले 48 घंटों में और अधिक तीव्र हो सकता है। इसका असर ओडिशा और आसपास के इलाकों में दिखाई देगा।
हिमाचल से दिल्ली तक मौसम की मार
हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है। वहीं दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में तेज हवाओं के साथ आंधी और बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है। इससे उत्तर भारत के मौसम में अचानक बड़ा बदलाव देखा जा सकता है।
सरकार और विशेषज्ञों की अपील
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और मौसम विशेषज्ञों ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, मौसम बुलेटिन को नियमित रूप से देखें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। समुद्र तट, नदी किनारे या खुले इलाकों में जाने से परहेज करें।
क्या मानसून इस बार रिकॉर्ड तोड़ेगा
अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि मानसून इस बार न केवल समय से पहले पहुंचा है बल्कि इसकी तीव्रता भी अभूतपूर्व हो सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मानसून देश के कई हिस्सों में सूखा और गर्मी के लंबे दौर के बाद राहत तो लाएगा, लेकिन इसके साथ भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन जैसे खतरे भी मौजूद रहेंगे।
निष्कर्ष
दक्षिण-पश्चिम मानसून की इस आक्रामक शुरुआत ने पूरे मौसम तंत्र को सतर्क कर दिया है। जिन राज्यों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी हुए हैं, वहां की जनता को अत्यधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। आने वाले कुछ दिन बेहद निर्णायक होंगे और मौसम की हर छोटी-बड़ी सूचना पर नजर बनाए रखना ही समझदारी होगी।
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