फिल्म समीक्षा: ‘बेबी जॉन’ – एक्शन और भावनाओं का मेल
निर्देशक: कलीस
मुख्य कलाकार: वरुण धवन, कीर्ति सुरेश, वामीका गब्बी, जैकी श्रॉफ, राजपाल यादव, ज़ारा ज़्याना
शैली: एक्शन थ्रिलर
अवधि: 2 घंटे 41 मिनट
परिचय:
‘बेबी जॉन’ निर्देशक कलीस द्वारा बनाई गई एक हिंदी एक्शन थ्रिलर है, जो एटली की तमिल फिल्म ‘थेरी’ का रीमेक है। इस फिल्म में दर्शकों को वरुण धवन का अब तक का सबसे दमदार प्रदर्शन देखने को मिलता है। भावनात्मक गहराई और उच्च-स्तरीय एक्शन का तालमेल इस फिल्म को खास बनाता है।
कहानी:
फिल्म की कहानी सत्य वर्मा (वरुण धवन) नामक एक कर्तव्यनिष्ठ डीसीपी के इर्द-गिर्द घूमती है। सत्य एक ऐसे अपराधी और राजनेता बब्बर शेर (जैकी श्रॉफ) के बेटे को न्याय दिलाने के लिए मार देता है, जो यौन शोषण और हिंसा के कई अपराधों में लिप्त है। इस घटना के बाद, बब्बर शेर सत्य के परिवार पर हमला करता है, जिसमें सत्य की पत्नी (कीर्ति सुरेश) और मां की जान चली जाती है।
सत्य अपनी बेटी खुशी (ज़ारा ज़्याना) के साथ किसी तरह जीवित बच जाता है और केरल में ‘बेबी जॉन’ के नाम से नई पहचान बनाकर एक शांत जीवन जीने लगता है। लेकिन सत्य का यह शांत जीवन ज्यादा समय तक नहीं टिकता, क्योंकि बब्बर शेर को उसके जीवित होने की जानकारी मिल जाती है। इसके बाद कहानी सत्य के संघर्ष, बदले और अपनी बेटी की सुरक्षा की रोमांचक यात्रा को बयां करती है।
प्रदर्शन:
वरुण धवन ने सत्य वर्मा के किरदार में जान डाल दी है। उनकी शारीरिक भाषा, संवाद अदायगी और एक्शन सीक्वेंस में गहरी प्रतिबद्धता देखने को मिलती है। कीर्ति सुरेश ने अपने छोटे लेकिन महत्वपूर्ण किरदार में शानदार अभिनय किया है। जैकी श्रॉफ खलनायक के रूप में प्रभावशाली हैं और फिल्म को एक ठोस आधार प्रदान करते हैं। राजपाल यादव ने हल्के-फुल्के क्षणों से फिल्म में कॉमिक राहत दी है।
निर्देशन और पटकथा:
कलीस का निर्देशन फिल्म को एक बड़े स्तर पर प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहानी को इस तरह से गढ़ा है कि यह बड़े पर्दे पर भव्यता का एहसास देती है। हालांकि, कहानी में कुछ जगहों पर पुरानी शैली की भावना महसूस होती है, लेकिन एक्शन और भावनात्मक दृश्यों का संतुलन इसे ऊंचाई पर ले जाता है।
संगीत और तकनीकी पक्ष:
थमन एस का संगीत फिल्म की आत्मा है। बैकग्राउंड स्कोर एक्शन दृश्यों को ऊंचा करता है और फिल्म की भावनात्मक अपील को मजबूत बनाता है। सिनेमैटोग्राफी आकर्षक है, खासकर केरल के खूबसूरत लोकेशन को बड़े पर्दे पर जीवंत करने में। एडिटिंग थोड़ी कसी हुई हो सकती थी, क्योंकि कुछ दृश्यों को अनावश्यक रूप से लंबा खींचा गया है।
सेंसर प्रमाणन:
फिल्म को सेंसर बोर्ड द्वारा यू/ए प्रमाणपत्र दिया गया है। हालांकि, इसमें हिंसा और खून-खराबे के दृश्य हैं, लेकिन ये कहानी की मांग के अनुसार उपयुक्त हैं।
समीक्षा:
‘बेबी जॉन’ मुख्य रूप से एक्शन प्रेमियों और बड़े पैमाने पर दर्शकों के लिए बनाई गई है। फिल्म मनोरंजन प्रदान करती है और सामाजिक संदेश भी देती है। वरुण धवन का शानदार प्रदर्शन और एक्शन सीक्वेंस इसे खास बनाते हैं। हालांकि, कहानी में ताजगी की कमी और कुछ धीमे पल इसे कमजोर बनाते हैं।
रेटिंग:
3.5/5 सितारे
निष्कर्ष:
‘बेबी जॉन’ एक ऐसी फिल्म है जो एक्शन और भावना के बीच संतुलन बिठाने की कोशिश करती है। अगर आप मसाला एंटरटेनर और पारिवारिक ड्रामा का मिश्रण देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए है। वरुण धवन के प्रशंसकों और एक्शन फिल्मों के शौकीनों के लिए यह क्रिसमस का शानदार तोहफा साबित हो सकती है।