01 अक्टूबर 2025:✍🏻 Z S Razzaqi | अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक एवं वरिष्ठ पत्रकार
वॉशिंगटन, 30 सितंबर 2025 – अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाज़ा युद्ध को समाप्त करने के लिए अपनी 20-सूत्रीय योजना पर हमास से जल्द प्रतिक्रिया देने की मांग की है। ट्रंप ने साफ कहा है कि फ़िलिस्तीनी संगठन के पास केवल तीन से चार दिन का समय है, वरना हालात बेहद दुखद अंत की ओर बढ़ेंगे।
ट्रंप की 20-सूत्रीय गाज़ा योजना – मुख्य बिंदु
व्हाइट हाउस द्वारा जारी इस प्रस्ताव में कई अहम शर्तें रखी गई हैं:
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तत्काल युद्धविराम – गाज़ा में हमले तुरंत बंद हों।
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कैदियों का आदान-प्रदान – हमास द्वारा पकड़े गए इज़राइली बंदियों के बदले इज़राइल की जेलों में बंद फ़िलिस्तीनियों की रिहाई।
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इज़राइली सेनाओं की चरणबद्ध वापसी – धीरे-धीरे गाज़ा से इज़राइली सैनिकों का हटना।
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हमास का निरस्त्रीकरण – संगठन को अपने हथियार छोड़ने होंगे।
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अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल की तैनाती – अरब देशों और वैश्विक साझेदारों की मदद से अस्थायी अंतरराष्ट्रीय बल गाज़ा में शांति बनाए रखेगा।
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हमास का राजनीतिक निष्कासन – हमास शासन में शामिल नहीं होगा। इसके सदस्यों को या तो आम माफी मिलेगी या सुरक्षित निकास का रास्ता।
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अंतरिम सरकार का गठन – फ़िलिस्तीनी तकनीकी विशेषज्ञों (टेक्नोक्रेट्स) की सरकार, जो गाज़ा की बुनियादी सेवाएँ संभालेगी।
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बेघर लोगों की वापसी और आत्म-शासन – गाज़ा के विस्थापित नागरिकों की घर वापसी और आत्म-शासन की गारंटी।
इज़राइल और अरब देशों की प्रतिक्रिया
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इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पहले ही इस योजना पर सहमति जताई है।
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क़तर के प्रधानमंत्री शेख़ मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने कहा कि प्रस्ताव में कुछ बिंदुओं पर और बातचीत की आवश्यकता है, लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पक्ष इसे गंभीरता से लेंगे।
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फतह गुट ने अमेरिकी प्रयासों का स्वागत किया है, हालांकि उसके वरिष्ठ नेता अब्बास ज़की ने इसे "आत्मसमर्पण का दस्तावेज़" बताते हुए आलोचना की और कहा कि यह फ़िलिस्तीन की एकता को तोड़ने और उसके मुद्दे को खत्म करने की कोशिश है।
ज़मीनी हालात – गाज़ा में तबाही
इस बीच गाज़ा पट्टी में इज़राइली हमले और तेज़ हो गए हैं।
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ताज़ा हमलों में 66,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।
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मंगलवार को ही दक्षिणी और मध्य गाज़ा में राहत सामग्री लेने पहुँचे 20 लोगों की मौत हो गई।
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नुसेरात शरणार्थी कैंप और दीर अल-बलह में ड्रोन हमलों में पत्रकार और एक बच्चा समेत कई लोगों की जान गई।
अल-जज़ीरा के संवाददाता के अनुसार, "गाज़ा सिटी में हर मिनट धमाके हो रहे हैं और ज़मीनी कार्रवाई लगातार बढ़ रही है।"
संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिकी प्रयासों का स्वागत करते हुए सभी पक्षों से युद्धविराम पर सहमत होने की अपील की। उनका कहना है कि "प्राथमिकता लोगों की पीड़ा कम करना होनी चाहिए।"
हालांकि कई विशेषज्ञों ने ट्रंप की योजना को "पक्षपाती और अव्यवहारिक" बताया है। क़तर स्थित हमाद बिन खलीफ़ा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सुल्तान बराकात का कहना है कि –
"हमास से शुरुआत में ही सारे हथियार छोड़ने की मांग करना और नेतन्याहू की मौजूदगी में यह प्रस्ताव पेश करना दिखाता है कि योजना ज़्यादा इज़राइल के हितों की ओर झुकी हुई है।"
निष्कर्ष:-
ट्रंप का यह प्रस्ताव सिर्फ़ एक समझौता नहीं बल्कि एक तरह का अल्टीमेटम है। अगर हमास ने 3-4 दिनों में हामी नहीं भरी, तो हालात और भी भयावह हो सकते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि क्या यह योजना गाज़ा में शांति और मानवीय राहत ला पाएगी, या फिर यह संघर्ष और गहरा जाएगा।
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