नई दिल्ली | 2 नवम्बर 2025 | रिपोर्ट — Z S Razzaqi |वरिष्ठ पत्रकार
राजनीतिक सरगर्मी के बीच मोकामा में बड़ा घटनाक्रम
बिहार विधानसभा चुनावों के बीच मोकामा से जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत सिंह को पुलिस ने शनिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी जन सुराज समर्थक दुलार चंद यादव की हत्या के मामले में की गई है। यादव की मौत गुरुवार को मोकामा ताल क्षेत्र में चुनावी अभियान के दौरान हुई थी, जिससे पूरे इलाके में तनाव और राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई थी।
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पुलिस ने बताया कि अनंत सिंह के अलावा मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम नामक दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। तीनों को आज मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।
देर रात ऑपरेशन: बारह से दो बजे के बीच हुई गिरफ्तारी
जानकारी के अनुसार, पटना जिला पुलिस की एक विशेष टीम ने शनिवार रात बरह (Barh) स्थित अनंत सिंह के आवास पर छापेमारी की और उन्हें हिरासत में लिया। यह कार्रवाई पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में हुई, जिसमें स्थानीय पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
पुलिस के मुताबिक, यह छापा रात 12 से 2 बजे के बीच चलाया गया, ताकि किसी संभावित विरोध या हिंसक प्रतिक्रिया से बचा जा सके।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने खोला ‘हत्या’ का मामला
पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेस वार्ता में बताया कि दुलार चंद यादव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार उनकी मौत दिल और फेफड़ों पर गंभीर चोट लगने से हुए कार्डियो-रेस्पिरेटरी फेल्योर के कारण हुई।
रिपोर्ट के मुताबिक, ये चोटें किसी कठोर और कुंद वस्तु से मारी गई थीं, जिससे यह स्पष्ट है कि मामला सिर्फ झगड़े का नहीं बल्कि जानबूझकर की गई हत्या का है।
एसएसपी ने कहा कि “प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि तीनों आरोपी — अनंत सिंह, मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम — घटना स्थल पर मौजूद थे और इनके खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।”
चार एफआईआर दर्ज, चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के भी आरोप
पुलिस ने इस मामले में चार अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं — जिनमें से एक चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी है।
अनंत सिंह पर आरोप है कि वे चुनाव प्रचार के दौरान बड़े काफिले के साथ घूमते पाए गए, जो कि चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन है।
इसके अलावा, दुलार यादव की हत्या के साथ-साथ, मोकामा क्षेत्र में फैली हिंसा और तोड़फोड़ के मामलों में भी अनंत सिंह का नाम शामिल किया गया है।
अनंत सिंह ने लगाया पलटवार, कहा — “साजिश है, सुरज भान जिम्मेदार”
गिरफ्तारी से पहले मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह ने माना था कि उनके समर्थकों और दुलार यादव के बीच टकराव हुआ था, लेकिन उन्होंने हत्या के लिए सुरज भान को जिम्मेदार ठहराया।
सुरज भान, जो एक समय मोकामा के अंडरवर्ल्ड और स्थानीय राजनीति में अनंत सिंह के बड़े प्रतिद्वंद्वी रहे हैं, इस बार राजद (RJD) टिकट पर अपनी पत्नी वीणा देवी को मैदान में उतार चुके हैं।
कौन थे दुलार चंद यादव?
दुलार यादव 1990 के दशक के कुख्यात गैंगस्टर माने जाते थे, जिन्होंने बाद में राजनीति की राह पकड़ी और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी से जुड़ गए।
वे मोकामा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे, जब यह घटना हुई।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, चुनावी प्रचार के दौरान दोनों गुटों के बीच झड़प हुई, जो देखते ही देखते हिंसक रूप ले गई।
चुनाव आयोग सख्त: एसपी सहित चार अधिकारियों पर कार्रवाई
इस घटना के बाद चुनाव आयोग ने कड़ा रुख अपनाते हुए पटना (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक विक्रम सिहाग को तत्काल ट्रांसफर करने का आदेश दिया है।
साथ ही, बरह के उप-मंडल पदाधिकारी (SDO) और दो उप-मंडल पुलिस अधिकारियों (SDPO Barh-1 और Barh-2) को भी निलंबित करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
चुनाव आयोग ने कहा कि “मोकामा में हुई हिंसा चुनावी निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करती है, इसलिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कठोर कदम जरूरी हैं।”
बिहार चुनाव 2025: अब मोकामा बना सियासी ‘हॉटस्पॉट’
बिहार विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को हो रहे हैं, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी।
मोकामा सीट, जो पहले से ही राजनीतिक और आपराधिक पृष्ठभूमि के लिए जानी जाती रही है, अब दुलार यादव हत्याकांड के बाद चुनावी केंद्रबिंदु बन चुकी है।
एक ओर नीलम देवी (अनंत सिंह की पत्नी) इस सीट की वर्तमान विधायक हैं, तो दूसरी ओर उनके खिलाफ राजद और जन सुराज पार्टी दोनों से मजबूत उम्मीदवार मैदान में हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना न केवल मोकामा बल्कि पूरे पटना जिले के चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकती है।
