रिपोर्टिंग: सरफ़राज़ ज़हूरी : |पत्रकार | संभल
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई के मुताबिक़, असमोली थाना क्षेत्र में लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स गालीबाज और भड़काऊ वीडियो अपलोड कर रहे हैं। जांच में सामने आया कि 'Mehakpari143' नाम की ID से Instagram पर ऐसे वीडियो वायरल हो रहे थे जिनमें:
💰 कमाई का लालच या नैतिक पतन?
महज़ कुछ हज़ार रुपयों की कमाई के लिए ये युवतियाँ नैतिक सीमाओं को लांघ कर अश्लीलता को प्रमोट कर रही थीं। वीडियो की स्क्रिप्टिंग, शूटिंग और एडिटिंग का काम जर्रार आलम करता था, जबकि महक, प्रिया और हिना वीडियो में अभिनय करती थीं।
पुलिस के अनुसार:
"यह पूरा रैकेट सस्ती लोकप्रियता और कमाई के लिए समाज में ज़हर घोल रहा था। अब इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।"
⚖️ कानूनी धाराएं और कठोर कार्रवाई
चारों आरोपियों पर आईटी एक्ट की धारा 67A, IPC की धारा 292 (अश्लीलता), 504 (शांति भंग की मंशा से गाली देना) जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। इसके अतिरिक्त:
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Instagram अकाउंट बंद कराने की सिफ़ारिश Meta को भेजी गई है
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फॉरेंसिक जांच के लिए मोबाइल और रिकॉर्डिंग डिवाइस जब्त किए गए
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इस गिरफ़्तारी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने “सोशल मीडिया पर नैतिक नियंत्रण की दिशा में कड़ा कदम” बताया है
⚠️ सोशल मीडिया यूज़र्स के लिए सीख
यह मामला स्पष्ट करता है कि:
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सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स मनोरंजन का माध्यम हैं, लेकिन संविधान और क़ानून से ऊपर नहीं
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फॉलोअर्स की दौड़ में नैतिकता को न कुर्बान करें
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यदि ऐसा कोई कंटेंट दिखे, तो Report करें, Share नहीं
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फेम पाने का शॉर्टकट अगर कानून तोड़े, तो वह रास्ता जेल में जाता है
📌 निष्कर्ष: Reel से Real तक – ज़िम्मेदारी आपकी है
‘Mehakpari143’ केस सिर्फ़ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि पूरे डिजिटल समाज के लिए चेतावनी है। अगर आज कार्रवाई नहीं होती, तो कल और सैकड़ों Mahakpari पनपते। अब समय आ गया है कि इंस्टाग्राम जैसे मंचों पर जागरूक उपयोगकर्ता, ज़िम्मेदार क्रिएटर और सतर्क प्लेटफ़ॉर्म मिलकर अश्ली
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