नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली को 27 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में एक नई सरकार मिलने जा रही है। शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। बुधवार देर रात, रेखा गुप्ता और दिल्ली कैबिनेट के छह अन्य सदस्यों ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से राज निवास में मुलाकात की और सरकार बनाने का औपचारिक दावा पेश किया।
भाजपा को स्पष्ट बहुमत: 44 सीटों पर शानदार जीत
भाजपा सूत्रों के अनुसार, नई दिल्ली से विधायक प्रवेश वर्मा को उपमुख्यमंत्री और रोहिणी से विधायक विजेंद्र गुप्ता को दिल्ली विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। 8 फरवरी 2025 को घोषित विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने 70 में से 44 सीटों पर जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत हासिल किया, जिससे दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय खुल गया है।
शपथ ग्रहण समारोह: भव्य आयोजन की तैयारी
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री और मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी 2025 को ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित होगा। इस भव्य कार्यक्रम की थीम अयोध्या के राम मंदिर के प्रतिष्ठान समारोह से प्रेरित होगी, जो भारतीय संस्कृति और विरासत का जीवंत प्रतीक बनेगा। समारोह में 25,000 से 30,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है, जिनमें प्रमुख हिंदू संत, स्थानीय समुदायों के प्रतिनिधि और विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्य शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित भाजपा और एनडीए के शीर्ष नेता भी इस समारोह की शोभा बढ़ाएंगे।
संभावित मंत्रिमंडल: अनुभव और युवा जोश का संतुलन
पार्टी के उच्च सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल में अनुभव और युवा जोश का संतुलित मिश्रण होगा, जिसमें राजधानी के प्रमुख जातीय और सामाजिक समुदायों का समुचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा। भाजपा के निर्वाचित विधायकों में से ही मुख्यमंत्री चुने जाने की संभावना पहले से ही व्यक्त की जा रही थी। इस दौड़ में प्रवेश साहिब सिंह, विजेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता, आशीष सूद, सतीश उपाध्याय और शिखा रॉय के नामों पर चर्चा जोरों पर थी, लेकिन अंततः रेखा गुप्ता ने बाजी मार ली।
रेखा गुप्ता: दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री
50 वर्षीय रेखा गुप्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की सक्रिय सदस्य रही हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष पद से शुरू की थी। 2007 में उत्तरी पीतमपुरा वार्ड से नगर निगम चुनाव जीतकर उन्होंने अपने राजनीतिक करियर को मजबूत आधार दिया। पेशे से वकील रेखा गुप्ता अब दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण चेहरा बनकर उभरी हैं, जिनकी नेतृत्व क्षमता और संगठन कौशल की व्यापक सराहना की जाती है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और उम्मीदें
आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी रेखा गुप्ता को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह दिल्ली के विकास और जनकल्याण के लिए किए गए सभी वादों को पूरा करेंगी। विपक्ष ने सकारात्मक संकेत देते हुए कहा कि लोकतंत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा ही विकास का आधार है।
रेखा गुप्ता का संकल्प: दिल्ली के विकास की नई इबारत
रेखा गुप्ता ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा, "मैं भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और विधायक दल का आभार व्यक्त करती हूं। मैं पूरी तरह से दिल्ली के विकास के लिए काम करने और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तैयार हूं।"
दिल्ली में सियासी माहौल अब चरम पर है और सभी की नजरें 20 फरवरी 2025 को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह पर टिकी हैं। दिल्लीवासियों के लिए यह एक नई उम्मीद और उज्जवल भविष्य का संकेत है।
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