दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल गरमाता जा रहा है। गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री अतीशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिल्ली स्थित कपुरथला आवास पर छापेमारी की है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "बीजेपी के लोग दिनदहाड़े पैसे, जूते और चादरें बांट रहे हैं, लेकिन इसकी जांच नहीं होती। इसके बजाय, एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के घर पर छापा मारा जा रहा है। वाह बीजेपी! दिल्ली की जनता 5 फरवरी को जवाब देगी।"
यमुना जल पर केजरीवाल का बीजेपी और कांग्रेस को चैलेंज
गुरुवार को ही आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी और कांग्रेस को खुली चुनौती देते हुए यमुना नदी का पानी पीने को कहा। यह बयान तब आया जब चुनाव आयोग ने केजरीवाल के यमुना में जहर मिलाने के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें सटीक और तथ्यात्मक प्रमाण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
चुनाव आयोग ने केजरीवाल से यह स्पष्ट करने को कहा कि हरियाणा सरकार पर लगाए गए उनके आरोपों में कितनी सच्चाई है और कौन से विशिष्ट रसायन किस मात्रा में पानी में मिलाए गए हैं।
गैर-बीजेपी राज्यों पर केंद्रीय एजेंसियों का शिकंजा
केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश में गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों पर केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई लगातार बढ़ रही है। अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों पर बार-बार झूठे मामले दर्ज कराए जाते रहे हैं। बीजेपी सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और आयकर विभाग (IT) जैसी जांच एजेंसियों को सत्ता में बने रहने के लिए एक राजनीतिक हथियार बना लिया है।
देशभर में बीजेपी ने किसी भी गैर-बीजेपी मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ा, जिन पर छापेमारी न करवाई गई हो। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, और कई अन्य विपक्षी नेताओं को भ्रष्टाचार के नाम पर निशाना बनाया गया है। इस राजनीतिक दमन का उद्देश्य विपक्षी दलों को कमजोर करना और चुनावों में लाभ पाना है।
सपा और टीएमसी का आप को समर्थन
आम आदमी पार्टी को आगामी दिल्ली चुनाव में समाजवादी पार्टी (SP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) का समर्थन मिलता दिख रहा है। सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और टीएमसी नेता शत्रुघ्न सिन्हा इस सप्ताहांत आप की रैलियों में शामिल हो सकते हैं। ये दोनों नेता पूर्वांचल के मतदाताओं को लुभाने के लिए AAP का समर्थन कर सकते हैं। हालाँकि, I.N.D.I.A. गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अलग से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पीएम मोदी और राहुल गांधी का AAP पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले किए। पीएम मोदी ने दिल्ली विधानसभा की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीते पांच वर्षों में मात्र 14 कानून पास किए गए, जिनमें से पांच विधेयक विधायकों के वेतन बढ़ाने से संबंधित थे। वहीं, राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल पर यमुना सफाई के वादे को पूरा न करने का आरोप लगाते हुए उन्हें चुनौती दी कि अगर यमुना का पानी इतना स्वच्छ है, तो वह उसमें डुबकी लगाकर उसे पीकर दिखाएं।
दिल्ली चुनाव में बढ़ती राजनीतिक सरगर्मी
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होने जा रहे हैं और सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जहां बीजेपी कानून-व्यवस्था और विकास के मुद्दे को भुनाने में लगी है, वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी के आरोप लगा रही हैं। सपा और टीएमसी का समर्थन आम आदमी पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, लेकिन कांग्रेस का अलग लड़ना चुनावी समीकरणों को प्रभावित कर सकता है।
दिल्ली चुनावी माहौल में जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच जनता का रुख क्या होगा, यह 5 फरवरी को मतदान के बाद ही स्पष्ट होगा।
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