मुंबई, 20 मई 2025:
महाराष्ट्र की महायुति सरकार में वरिष्ठ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता छगन भुजबळ ने मंगलवार सुबह राजभवन, मुंबई में मंत्री पद की शपथ ली। यह शपथग्रहण समारोह राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन की उपस्थिति में संपन्न हुआ, जिन्होंने भुजबळ को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी प्रमुख व उपमुख्यमंत्री अजित पवार समेत कई वरिष्ठ मंत्री उपस्थित रहे।
छगन भुजबळ: अनुभव का लाभ उठाएगी सरकार
शपथग्रहण के पश्चात महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया को बताया कि छगन भुजबळ एक अनुभवी और बहुआयामी नेता हैं, जिन्होंने विभिन्न विभागों का कुशल संचालन किया है। उन्होंने कहा,
“भुजबळ जी बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक थे। उन्होंने पार्षद से लेकर महापौर, विधायक और मंत्री तक का सफर तय किया है। उनके अनुभव से महायुति सरकार को बड़ी ताकत मिलेगी। उनके विभाग का निर्णय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा जल्द किया जाएगा।”
राजनीति का लंबा और सशक्त अनुभव
छगन भुजबळ, जो वर्तमान में नाशिक जिले के येवला विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं, महाराष्ट्र सरकारों में कई बार कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने वर्ष 1999 से 2003 तक राज्य के पांचवें उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। भुजबळ ने 1960 के दशक में शिवसेना के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी, जब महाराष्ट्र में मराठी अस्मिता की लहर तेज़ थी। वे शिवसेना के पहले नगरसेवक बने और बाद में एनसीपी में शामिल होकर राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे।
ओबीसी नेतृत्व और विकास की दिशा
राज्य बीजेपी अध्यक्ष और मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे ने भुजबळ के मंत्रीमंडल में शामिल होने को "सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम" बताया। उन्होंने कहा:
“छगन भुजबळ एक प्रमुख ओबीसी नेता हैं। उनके शामिल होने से महायुति सरकार को मजबूती मिलेगी और ‘विकसित महाराष्ट्र’ के संकल्प को गति मिलेगी।”
पोर्टफोलियो का इंतज़ार
हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि छगन भुजबळ को कौन-सा विभाग सौंपा जाएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस संबंध में निर्णय लेंगे। लेकिन यह तय है कि भुजबळ का व्यापक प्रशासनिक अनुभव, उनकी जनसंपर्क क्षमता और ज़मीनी पकड़ महाराष्ट्र सरकार के लिए रणनीतिक लाभ का काम करेगी।